आपने मुर्रा भैंस का नाम तो काफी सुना ही होगा। आइए आज मुर्रा भैंस के बारे में रोचक तथ्य को जानते हैं ।
क्या आप जानता हैं मुर्रा भैंस की कीमत एक लग्जरी गाड़ी से भी ज्यादा क्यों होती है आखिर इसकी वजह क्या है । जो लोग आज पशुपालन करते हैं या पशुपालन की जानकारी रखत हैं, उनके लिए ये नाम नया नहीं है। लेकिन, जो लोग पशुपालन के बारे में नहीं जानते हैं उनको बता दें कि मुर्रा भैंस की एक तरह की नस्ल है। पशुओं में अगर सबसे ज्यादा मुर्रा भैंस की ही चर्चा होती है, क्योंकि यह भैंस की प्रजाति में सबसे चर्चित नाम है। इस नस्ल की भैंस अपने कद-काठी के साथ साथ दूध देने के मात्रा और अपनी प्राइज के लिए हमेंशा खबरों में छाई रहती है।
जहां भी लोग पशुपालन करते हैं, वो सिर्फ मुर्रा भैंस ही खरीदना चाहते हैं। जिनके पास मुर्रा भैंस जितना बजट नहीं है वो भी चाहते हैं कि वो एक मुर्रा भैंस खरीद पाएं। ऐसे में एक सवाल अक्सर पूछे जाते हैं कि मुर्रा भैंस में आखिर क्या खास बात है और क्यों इनकी कीमत इतनी ज्यादा होती है। आइए जानते हैं इस खास भैंस के बारे में, जिसे इस भैंस प्रजाति में सबसे खास माना जाता है…
कुछ रोचक तथ्य :-
- मुर्रा भैंस विश्व की सबसे अच्छी भैंस की दुधारू नस्ल होती है। जो दूध उत्पादन के लिए पाली जाती है।
- मुर्रा भैंस विश्व की सर्वश्रेष्ठ भैंस नस्ल है तथा इसका पशुधन में सर्वोच्च स्थान है।
- यह जेट काला रंग की होती है।
- इसके सींग जलेबी आकार के होते हैं।
- इनका सिर छोटा तथा पूँछ और पैर पर सुनहरे रंग के बाल पाये जाते हैं।
- मादा पशु का वजन लगभग 550 किलोग्राम के आसपास होता है तथा मादा पशु की ऊंचाई 133 सेंटीमीटर के आसपास होती है।
- इसका नौजवान नर पशु का वजन 650 किलोग्राम के आसपास होता है तथा उसकी ऊंचाई 138 सेंटीमीटर के आसपास होती है।
- मुर्रा भैंस की गर्भा अवधि कुल 310 दिन की हौती है तथा दूध शिराएँ भी उभरी होती है।
- यह एक ब्यांत में 1600-1800 लीटर दूध देती है और दूध में वसा की मात्रा 7 प्रतिशत होती है।
- मुर्रा भैंस की नस्ल पूरे विश्व में सबसे प्रसिद्धि नस्ल मानी जाती है ।
- इसे ‘काला सोना’ भी कहा जाता है।
- मुर्रा प्रजाति की भैंसे देशी एवं अन्य प्रजाति की भैंसों से दो से तीन गुणा अधिक दूध देती है।
- इस भैस की दूध देने की अवधि आमतौर पर 280-310 दिन है जो अन्य भैंसों से अपेक्षाकृत लंबे समय तक होती है ।
- मुर्रा भैंसे अपने एक दूधकाल में लगभग 1800 से 4000 लीटर तक दूध देती हैं।
- ये भैसें गर्म अथवा ठन्डे किसी प्रकार की जलवायु में भी जीवित रहने में सक्षम होते है ।
- अन्य नस्लों की तुलना में इन का स्वास्थ्य बेहतर रहता है क्योंकि इन भैसों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है।
- मुर्रा नस्ल के भैंस पालने में सबसे बड़ा लाभ यह भी है कि इसकी एक से डेढ़ वर्ष का बच्चा 25 से 30 हजार रुपये में आसानी से बिक जाती है।
- इसकी खास बात यह भी है कि मुर्रा नस्ल का नर बच्चा(पाड़ा) भी दो-तीन वर्ष में भैंसा बन जाता है जो 50-60 हजार रुपये में आसानी से बिक जाता है।
तो ये रही कुछ रोचक तथ्य जो जिसकी वजह से मुर्रा भैंस काफी प्रसिद्ध है ।
जिन किसानों के पास पर्याप्त हरे चारे, पेयजल एवं संतुलित दाना आदि की व्यवस्था है उनके लिए भैंसपालन अधिक लाभकारी माना गया है। व्यवसायिक डेरी में आजकल अधिकांश मुर्रा भैंसों को प्रयोग में लाया जाता है ।
अब जैसा कि आप जानते हैं, आज के वर्तमान समय के इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोगों के पास इतना टाइम नहीं है कि वह किसी गाय/भैंस को खरीदने के लिए गांव-गांव, घर-घर घूमकर जानकारी प्राप्त करें कि कौन सी गाय और भैंस बेचे जा रही है ?
इसके अतिरिक्त जिन लोगों को अपनी गाय और भैंस बेचना रहता है, उन्हें सही कस्टमर ना मिलने की वजह से चिंतित रहते हैं और अपनी गाय या भैंस का सही दाम नहीं लगा पाते हैं! इसलिए चलिए जाने कि पशु बेचने वाला ऐप यानि कि भैंस बेचने वाला ऐप कौन से हैं जिसकी सहायता से भैंस तथा पालतू जानवर की खरीदारी या फिर बिक्री काफी आसानी से कर सकते हैं।
गाय भैंस खरीदने बेचने के लिए आप मेरापशु 360 वेबसाईट पर जाकर या एप डाउनलोड कर आसानी से खरीद सकते हैं । जो अन्य जगह से काफी सही कीमत पर आपको उपलब्ध हो जाएगा ।
यदि आप किसी भी पशु जैसे गाय भैंस खरीदने पशु मेला या फिर पशु मंडी जाते हैं, तो आपको इन सभी चीजों से छुटकारा मिल जाएगा और आप घर बैठे ही ऑनलाइन माध्यम से इस ऐप के द्वारा किसी भी पशु को खरीद सकते हैं।
भैंस पालन से संबंधित जानकारियाँ :-
भैंस के लिए संतुलित आहार की व्यवस्था करें क्योंकि संतुलित आहार का बहुत ही महत्व है जब तक आप पशुपालन कर रहे है। और पशुओ के संतुलित आहार पर ध्यान न देंगे। तो आप इस व्यवसाय से कोई खास मुनाफा नहीं कमा पाएंगे।
एकभैंस को रोजाना संतुलित आहार की आवश्यकता की बात करे तो 3 से 4 किलोग्राम तक संतुलित आहार की आवश्यकता होती है। यह संतुलित आहार अप घर पर भी बना सकते है या फिर मेरापशु360एप या वेबसाईट पर जाकर आसानी से खरीद सकते हैं। आप यहाँ से खरीदकर अपने भैंस को खिला सकते है ताकि भैंस की दूध देने के क्षमता बढ़िया बनी रहे।
इसके अलावा अधिक लाभ के लिए भैंस का बच्चा हर साल देना जरूरी है । भैंस पालन या डेयरी फार्म चालू करने मे सबसे महत्वपूर्ण बात यह है की आप भैंस का पालन कर रहे है। भैंस हर साल बच्चा देने वाली होनी चाहिए। अगर कोई भैंस हर साल बच्चा नहीं देती है तो उस भैंस की जब तक व बच्चा नहीं देती है। उसका खर्च कमाई की जगह हानि में जोड़ा जाएगा। क्योंकि इस तरह की भैंस से आप दूध का उत्पादन नहीं ले सकते है। और उनका खर्च दूध देने वाली भैंस के लगभग बराबर ही आता है। इसलिए आप अपने डेयरी फार्म मे हर साल बच्चा देने वाली भैंस को ही रखना चाहिए।
आप अपने भैंस के लिए रख रखाव का विशेष तौर पर ध्यान दें ताकि उन्हे अन्य बीमारी से बच कर रखा जा सके।
ज्यादा दूध देने के लिए अपने भैंस को बाहरी दवाई या इन्जेक्शन कभी न लगवाएँ इससे कठिनाइयों का सामना करना पर सकता है।